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DRMS NEWS शहडोल। शासकीय इंदिरा गांधी गृहविज्ञान कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय शहडोल में 24 सितंबर 2024 को राष्ट्रीय सेवा योजना स्थापना दिवस का आयोजन महाविद्यालय की प्राचार्य एवं संरक्षिका डॉक्टर ऊषा नीलम के मार्गदर्शन एवं शुभकामनाओं के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ स्वच्छता शपथ द्वारा किया गया।
कार्यक्रम प्रभारी डॉक्टर सरोज बाला श्याम ने स्वयं सेविकाओं को 24 सितंबर NSS की स्थापना दिवस के उद्देश्य एवं महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का आदर्श वाक्य नाट मी बट यू , हमें नि स्वार्थ भाव से सेवा करना सिखाता है, हमें समाज एवं अन्य लोगों के प्रति विचारशील होना चाहिए, अपने कर्त्तव्यों के लिए सजग रहना चाहिए, सदैव राष्ट्रीय हित के लिए कार्य करना चाहिए, सभी के कल्याण के साथ स्वयं का कल्याण जुड़ा होना चाहिए।
55 बरसों के सफल सफ़र के बाद एन एस एस अब केवल एक योजना नहीं है बल्कि एक विस्तृत जीवन शैली बन चुकी है 44 लाख से अधिक युवाओं के जीवन में सामाजिक ज़िम्मेदारी का भाव जगाने वाली यह योजना आज भी अपने उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा कर रही हैं ।
डॉ. एन.के. श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना युवाओं को शिक्षा के साथ सामाजिक सेवा के लिए प्रेरित करने का एक महत्वपूर्ण मंच है । इसका उद्देश्य छात्राओं को न केवल शैक्षणिक ज्ञान प्रदान करना है बल्कि उन्हें सामाजिक मुद्दों के प्रति जागरूक और संवेदनशील बनाना भी है ।
डॉ. रवीश तमन्ना ताज़ीर ने अपने उद्बोधन में छात्राओं को संबोधित करते हुए NSS के प्रेरणा पुरुष मानव सेवा एवं युवा चेतना के प्रतीक स्वामी विवेकानंद जी के बारे में बताया।
प्रो. आर.एस.पासी ने राष्ट्रीय सेवा योजना के दिशा निर्देशों के बारे में छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज की तेज़ी से बदलती दुनिया में एक योग्य उम्मीदवार चुने जाने की चुनौती हर युवा के सामने हैं शिक्षा के साथ साथ छात्रों को ऐसा क्या करना चाहिए जो उनके व्यक्तित्व को न केवल प्रभावशाली बनाएँ बल्कि उन्हें राष्ट्र निर्माण की ओर भी प्रेरित करें।
इस प्रतिस्पर्धात्मक युग में, जहाँ हर कोई अपने लिए कुछ अलग और विशिष्ट हासिल करना चाहता है वहीं यह भी ज़रूरी है कि हम अपनी संस्कृति से जुड़े रहे और अपने कर्तव्यों का बोध करके समाज और राष्ट्र की उन्नति में भागीदारी करें।
अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष श्रीमती प्रियंका गुप्ता कार्यक्रम अधिकारी (यूनिट दो) ने आभार व्यक्त किया । इस अवसर पर समस्त स्टाफ़ व छात्राएँ महाविद्यालय परिसर में झाड़ू लगाकर व गाजर घास निकाल कर श्रमदान के माध्यम से स्वाभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता का परिचय दिया।
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